राम मंदिर का नाम सुनते ही हमें अयोध्या का नाम याद आ जाता है। अयोध्या राम मंदिर भगवान राम के दर्शन और सदियों पुराने हिंदू के महान देवगुरु राम शास्त्र अध्याय स्थान है। हिंदू लोग अयोध्या को अपना धर्मस्थली मानते हैं।
अयोध्या एक प्राचीन नगरी के रूप में Ayodhya Ram Mandir
Ayodhya Ram Mandir हम सभी अयोध्या को एक प्राचीन नगरी के रूप में जानते हैं जिसका उल्लेख रामायण महाभारत जैसे प्राचीन ग्रंथो में मिलता है। ऐसा माना जाता है कि हिंदू की प्राचीन आराध्य भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ था, उन्होंने अपने 14 वर्ष की कठिन तपस्या में रावण का वध किया था।
कहा जाता है अयोध्या में त्रेता युग तक भगवान राम का एक भव्य मंदिर था जिसे बाबा ने 1528 ईस्वी में ध्वस्त कर दिया था और उसके बाद उसे स्थान पर मस्जिद बनवा दिया।

भगवान राम से जुड़े कुछ तथ्य
हिंदुओं के आराध्या प्रभु भगवान श्री राम को आदर्श के रूप में जाना जाता है। भगवान श्री राम अयोध्या के राजा दशरथ जी के पुत्र थे। अपनी सौतेली मां कैकई के द्वारा मांगी वरदान के कारण उन्हें 14 वर्ष का वनवास मिला। अगर से देखा जाए तो यह उनके लिए वनवास नहीं एक तपस्या था, जो की एक सामान्य आदमी को भगवान बनने में मदद किया।
Ayodhya Ram Mandir विशाल पुल का निर्माण
हिंदू के आराध्य प्रभु भगवान श्री राम रावण का वध करने के लिए समुद्र पर एक विशाल पुल का निर्माण करके गए थे। जो की एक अद्भुत बात है। कहा जाता है की वह पुल आज भी विद्यमान है।

Ayodhya Ram Mandir नए राम मंदिर निर्माण की गौरव गाथा
नए मंदिर निर्माण की गौरव गाथा काफी चर्चा में रहती है, राम मंदिर के निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। मंदिर का स्वरूप भारतीय उत्कृष्ट कला का अच्छा उदाहरण होगा। मंदिर में राम दरबार की भव्य मूर्तियां स्थापित की जाएगी, जो की शिलांग से निर्मित होंगी। शिलांग से निर्मित होने वाले हैं मंदिर ना ही केवल सुंदर होगा बल्कि या अद्भुत और अद्वितीय भी होगा।
Ayodhya Ram Mandir राम मंदिर के निर्माण के कारण अयोध्या नगरी का भविष्य
राम मंदिर का निर्माण अयोध्या नगरी के लिए काफी महत्वपूर्ण है, यह नए पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर लोगों को नए-नए रोजगार के सभी प्राप्त होंगे। लोगों को नए रोजगार जो कि आज के लिए बहुत ही बड़े चर्चा का विषय रहता है काफी मददगार होगा।
अयोध्या में पहले से ही बहुत से दर्शन हर वर्ष जाते रहे हैं राम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या नगरी दर्शन के लिए दर्शकों की संख्या और भी अधिक बढ़ जाएगी। हाल ही में धारा मंदिर का उद्घाटन हुआ है, जिसमें देश की बड़े नेता और पूंजीपति भी शामिल हुए।

Ayodhya Ram Mandir निर्माण
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मार्च 2020 में राम मंदिर के निर्माण का पहले चरण शुरू किया था, निर्माण की कुछ समय पश्चात कोविद-19 महामारी और भारत चीन के आपसी मतभेद के कारण या कुछ टाइम के लिए बंद कर दिया गया था। 25 मार्च 2020 को भगवान श्री राम की मूर्ति को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में एक अस्थाई स्थान पर ले जाया गया।
5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हनुमानगढ़ी मंदिर में हनुमान की अनुमति के लिए गए थे। इसके बाद अयोध्या राम मंदिर की जमीन का तोड़ और शिलान्यास प्रारंभ हुआ। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राम मंदिर के लिए बलिदान देने वाले लोगों को बहुत सम्मान दिया।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्थान पर भूमि पूजन किया जहां देवता राम लाल विराजमान विश्राम करते थे।
राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है, भविष्य में अयोध्या को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का भी प्रयास किया जा रहा है। जिससे ज्यादा से ज्यादा दर्शक अयोध्या नगरी की तरफ आकर्षित हो।
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