समुद्र हमसे नाराज़ है
समुद्र हमसे नाराज़ है समुद्र के आंचल में बसा गाँव था, जहाँ लहरों की लय पर नाचता समुदाय रहता था। उनमें से एक थे लखन, मछुआरे की तीखी नज़र और गहरे समुद्र से अनोखी मित्रता रखने वाला युवक। गाँव वाले लखन को “समुद्र का पुत्र” बुलाते थे, क्योंकि वह लहरों से बातें करता और उनके … Read more